वानी

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ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 16

ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 16

             ज्योति की प्लेनिंग, और देवांश का अमेरिका जाना

हेलो फ्रेंड्स कैसे हैं आप लोग उम्मीद करती हूं अच्छे होंगे अब तक आपने पढ़ा...देवांश रॉकी को एक फाइल देता है और उसे संभाल के रखने के लिए कहता है जिसमे इंडियन आर्मी की इंफोर्मेशन थी..अमृतसर में जसप्रीत सबको अपना फोन दिखाता है जिसे देख सब दंग रह जाते हैं

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"अब आगे"

जसप्रीत का फोन देख सब दंग रह जाते हैं तभी जसप्रीत कहता है "यह 2 साल पहले की वह सारी डिटेल है जो उस दिन लखनऊ पुलिस कर्मियों के साथ हुआ".....उन सभी पुलिसकर्मियों को वही होटल में "जिंदा दफन कर दिया गया" और उस राज को भी
और इन सब में उस होटल का मालिक भी शामिल था.....

उन पुलिस कर्मियों के परिवार ने सवाल उठाया था.. जिसके जवाब मे उन्हे लापता कह दिया गया... और तो और जांच के नाम पर वो फाइल ही बंद कर दी........मैंने बहुत कोशिश की उन सबको सजा दिलवाने की लेकिन बहुत से पॉलीटिकल लीडर्स भी उनके साथ मिले हुए हैं जो सबूत देने के बाद भी मुझे उस केस से बाहर रहने के लिए कहते हैं 

और "अगर मै खामोश नही होता तो मुझे मारने की धमकी देते हैं"

"पिछले 2 साल में मैने इंडिया की पॉलिटिक्स और यहां के बहुत से पावरफुल लोगों की बहुत सी इंफॉर्मेशन निकाली है ऐसी इंफॉर्मेशन जो इंडिया की पॉलिटिक्स को हिला कर रख देगी".....लेकिन
इन तक पहुंचना इतना आसान नहीं है 

"अपनी पावर और पैसों से यह कुछ भी कर सकते हैं".....लेकिन एक दिन "ऐसा कोई तो होगा जो इन सब का पर्दाफाश करेगा और मै जल्द ही उस इंसान को ढूंढ लूंगा"....इतना कहकर जसप्रीत चुप हो जाता है

ज्योति बहुत ध्यान से जसप्रीत को देख रही थी उसके दिमाग में क्या चल रहा था यह बस वही जानती थी.......आर्या हल्के से अरमान की तरफ झुकते हुए केहता है ........"यह जिस तरीके से जसप्रीत को घूर रही है"......"इसके दिमाग में कुछ ना कुछ खुराफात तो चल रहा होगा"......अरमान आर्या को घूर कर देखता है और कहता है..."तुमसे जूनियर होकर भी आज तुम्हारी सीनियर हैं और तुमसे ज्यादा काबिल है"
"अपने इस खुराफात दिमाग के साथ ही" तो अब चुपचाप उसकी बात सुनो अरमान की बात सुन आर्या का मुंह बन जाता है

जसप्रीत की बाते सुनने के बाद ज्योति कुछ देर खामोश रहती है फिर कहती है..... "हमे जो भी करना है बहुत सोच समझ कर करना होगा"..... कुछ देर के लिए सब खामोश हो जाते हैं... तब ज्योति कहती है होटल मे cctv कैमरा भी लगे हैं "अगर होटल का सिस्टम हैक कर लिया जाए".... तो विराज कहता है "हैक करने से फायदा क्या है"... 

"अगर हम नाकाम होते हैं तो हम उस होटल को ही उडा देंगे"..... ज्योति की बात सुन सबको एक झटका सा लगता है... लेकिन जसप्रीत ज्योति का साथ देते हुए कहता है... "मुझे मंज़ूर है मै आपके साथ हु"....... उन दोनो को इतना कॉन्फिडेंट देख निर्जला गुस्से मे उठते हुए कहती हैहै
 "तुम दोनो पागल हो गए हो क्या".... ऐसा हुआ तो हम्पर ही केस हो जायेगा

अरमान निर्जला को देखते हुए कहता है... "तुम पुलिस वाले अपनी नॉकरी को लेकर इतना डरते क्यों हो"..... इतना सुन निर्जला को गुस्सा आ जाता है
निर्जला गुस्से में कहती है "मैं डरती नहीं हूं लेकिन जो यह कह रही है बेवकूफी है और अगर ऐसा कुछ होता है तो, होटल का मालिक हम पर केस कर सकता है,और हम पुलिस वालों की तो सिर्फ नौकरी जाएगी और कुछ सालों की सजा लेकिन तुम.....तुम लोग आर्मी में हो और अगर इस ब्लास्ट में कोई एक क्रिमिनल भी बच जाता है तो तुम पर देशद्रोह का आरोप लगेगा और "द मोस्ट इंपॉर्टेंट थिंग इज तेजा और शेख को मारना इतना आसान नहीं है"

अरमान निर्जला के सामने खड़े होते हुए उसकी आंखों में आंखें डाल कर कहता है......"चाहे जो हो जाए मैं ज्योति का साथ नहीं छोडूंगा" और "अगर उसने यह फैसला लिया है तो कुछ सोच कर लिया होगा और मैं उसका साथ जरूर दूंगा"...आर्या भी खड़े होते हुए कहता है "हमें तीन तिगड़ी ऐसे ही नहीं कहते हम 3 जो करते हैं साथ करते हैं"

उन तीनों को इतना डेडीकेटेड देख निर्जला भी मान जाती है "ठीक है मैं भी तुम लोगों के साथ हूं"..... उन सब की बात सुन ज्योति मुस्कुरा देती है और उन्हें बैठने का इशारा करती है सब अपनी जगह दोबारा बैठ जाते हैं तभी ज्योति विराज को देखते हुए कहती है

"वीर तुम होटल का सिस्टम हैक करोगे"....ज्योति के मुंह से विराज के लिए वीर सुन सबको थोड़ा अजीब लगता है लेकिन कोई कुछ नहीं कहता .....विराज ओके कहता.....आर्या बीच मे सबको रोकते हुए बोलता है.... 
"ये पुलिस ऑफिसर है हैकर नही"...विराज कुछ कहता उससे पहले ज्योति एकदम से एक्साईटेड होते हुए कहती है "हैकिंग तो इसका बाये हाथ का खेल है , तभी तो कॉलेज मे पास होता था" और हसने लगती है...अरमान तो बेहोश ही होने वाला था और आर्या ज्योति को ऐसे देख रहा था जैसे कोई अजूबा देखा हो... ज्योति जब सबका ऐसा रिऐक्शन देखती है तो फिर से अपने कोल्ड औरा मे आ जाती... 

विराज भी खुश था फिर सबको देख...कुछ समझाने लगता है  करीब रात के 12:30 बजे उनका डिस्कशन खत्म होता है ज्योति सबको एक नजर देखती है और कहती है ..."उम्मीद है आप सब समझ गए होंगे"....सब हां मैं सर हिला देते हैं

और कमरे से बाहर निकल जाते हैं.....निर्जला भी बाहर जाने लगती है तो ज्योति उसे रोकते हुए कहती है..."तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है" सब ज्योति और निर्जला को देखने लगते हैं
ज्योति निर्जला को देखते हुए कहती है ...."एवरीवन लीव नाउ" सब रूम से बाहर निकल जाते हैं

 लेकिन अरमान को निर्जला की फिक्र हो रही थी....लेकिन क्यों उसे समझ नहीं आ रहा था...अरमान अभी भी वहीं खड़ा था ज्योति निर्जला को ही देखते हुए कहती है "अरमान इट्स एन ऑर्डर"
अरमान कहता है "बट".... तभी ज्योति थोड़ा तेज आवाज में कहती है "अरमान आई सैड लीव"...अरमान मन मार कर कमरे से निकल जाता है

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"यूएसए"

"लॉस एंजेलिस एयरपोर्ट"

देवांश एयरपोर्ट से बाहर निकलता तभी उसके सामने 4-5 ब्लैक कलर की कार रूकती है....उनमें से कुछ बॉडीगार्ड्स निकलते हैं जिन्होंने ब्लैक कलर के कपड़े पहने थे....उनमें से एक बॉडीगार्ड  देवांश के लिए कार का दरवाजा खोलता है देवांश कार में बैठता है और उसके बगल में रॉकी बैठता है

थोड़ी देर में कार फोर सीजंस होटल के सामने रूकती है देवांश रिसेप्शनिस्ट से "अपने स्वीट की चाबी लेता है और ऊपर चला जाता है".....रूम में आकर देवांश फ्रेश होता है और किसी को कॉल करता है "2 घंटे में पिपरमेंट क्लब"....इतना केह कर देवांश कॉल कट कर देता है

देवांश रेडी होकर लंच करता है... और अपना लेपटॉप लेकर बैठ जाता है.... लेपटॉप ओपन करते ही उसे सामने ज्योति की पिक्चर दिखती है.... 

ज्योति की फोटो पर हाथ फेरते हुए देवांश के चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान आ जाती है.... "लड़कियां तो बहुत देखी हैं लेकिन तुम्हारी बात ही अलग है".... उसके चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान खेल रही थी.... फिर देवांश अपना काम करने लगता है.... काम करते करते उसे कब शाम हो जाती है पता ही नही चलता... तभी उसका फोन बजता है

देवांश उठकर रेडी होने चला जाता है थोड़ी देर में रेडी होकर रूम से बाहर निकल जाता है.... पीपरमेंट क्लब चलो इतना केहकर देवांश पीछे छुटति सड़कों को देखने लगता है...... थोड़ी देर मे देवांश क्लब पहुंचता.... जैसे ही वो अंदर आता है सेंटर मे लगे सोफे पर बैठे एक आदमी पर उसकी नज़र जाती है जिसकी उमर करीब 30-35 के बीच होगी जिसकी आंखें हल्की भूरी थी वो एक अंग्रेज था...देवांश को देख

वह आदमी खड़ा होता है और अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए कहता है "हेलो मिस्टर देवांश लॉस एंजेलिस में आपका स्वागत है"....देवांश उससे हाथ मिलाता है और कहता है "थैंक्यू डेविड" .....और डेविड के साथ ही वहां बैठ जाता है तभी डेविड कहता है...."मैंने जगह देख लि है एक बार तुम भी देख लो , उसके बाद मै तुम्हारे होटल का काम शुरू करवाता हूँ और तुम मुझे  होटल का नाम बता दो.. देवांश कुछ देर खामोश 
रहता है फिर कहता है.... इस होटल को यहां के सारे होटल्स से डिफ्फरेंट लुक दो.... 

"सबसे अलग सबसे खास".... तभी डेविड कहता है और नाम... 

ज्योति ने क्यों रोका है निर्जला को? अरमान को क्यों फिकर हो रही है निर्जला की? ज्योति ने विराज को वीर क्यों कहा?  होटल का क्या नाम रखने वाला है देवांश ? 
क्या ज्योति और उसकी टीम इस मिशन मे कम्याब होंगे... 

जानने के लिए पढ़ते रहिये मेरी कहानी ब्लेक बेंगल्स

......,..... बाय बाय.........

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4 Comments

madhura

11-Aug-2023 07:00 AM

Nice part

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बेहतरीन भाग

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Rajeev kumar jha

31-Jan-2023 01:11 PM

Nice 👍🏼

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